Nishulk एकलव्य संस्था का अभिनव प्रयोग निशुल्क शासकीय माध्यमिक शालाओं में कम्पयूटरों से विषय शिक्षा की पहल
एकलव्य संस्था का अभिनव प्रयोग
शासकीय माध्यमिक शालाओं में कम्पयूटरों से विषय शिक्षा की पहल
एकलव्य संस्था शाहपुर द्वारा दूरदराज आदिवासी अंचल शाहपुर ब्लॉक के अलग-अलग गाँवो में शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कराया जा रहा है। वर्तमान 21 वी सदी में तकनीकी रूप से सीखने सिखाने की प्रक्रिया को गति देने के उद्देश्य से शाहपुर ब्लॉक की तीन माध्यमिक शालाओं में हर शाला में 5 कम्प्युटरों का सेट स्थापित कर शिक्षक और समुदाय की मदद से विषयगत शिक्षण का कार्य कराया जा रहा है। इसी कड़ी मे आज दिनांक 20 सितम्बर 2022 को शाहपुर ब्लॉक के हांडीपानी मिडिल स्कूल मे तीसरा सेटअप स्थापित किया गया। इस तकनीकी प्रक्रिया के माध्यम से कक्षा 5, 6,एवं 7 वी के बच्चों के साथ हिंदी, गणित, अंग्रेजी विषय के मॉडुयल हल कराए जाते है। मॉडुयल को इस तरह से बनाया गया है कि यह बच्चों के पाठयक्रम के अनुसार हो, और इन्हें करने से बच्चों को अपने पाठ्यक्रम को बेहतर समझने में मदद मिलें।
इसके साथ ही कम्प्युटर के बेसिक ज्ञान, हिन्दी अँग्रेजी टाइपिंग करना, विषयगत चुनौतियों को सुलझाने में, मदद लेना इस पूरी प्रक्रिया के माध्यम से शामिल है। इस प्रयास के माध्यम से दूर-दराज के गाँवों में शासकीय स्कूलों में बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ने पर जोर दिया जा रहा है। यह कप्म्पयूटर भी खास है क्योंकि इनमें सामान्य सीपीयू की जगह पर रसबरी पाई लगाया जाता है, जोकि एक तरह से सीपीयू का काम करता है, यह सामान्य सीपीयू से सस्ता होता है, एवं बिजली की खपत भी कई गुना कम होती है। इस प्रयोग के माध्यम से 400 बच्चे जुड़े हुए है। पहले से पावरझंडा व कछार में 5-5 कम्पयूटर सेट लगाए जा चुके है। इस पूरी प्रक्रिया के माध्यम से बच्चों को तकनीकी रूप से सीखने में मदद मिल पा रही है, वहीं बच्चों को आर्कषण भी शासकीय स्कूल की ओर बढ़ता है और नए तरीके से विषयगत शिक्षण भी होता है।
इसी कड़ी में आज 20 सिंतबर को समुदाय व शासकीय शिक्षकों के सहयोग से ग्राम हांडीपानी में कम्पयूटर सेटअप लगाए गए। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में संकुल प्राचार्य एस. के. कटारे, जनशिक्षक मनोज चौकीकर, संस्था प्रमुख शिक्षक आरती कावरे, शिक्षक महेंद्र सिरोठिया एवं शिक्षक पवन झा के साथ जनपद सदस्य बंशीलाल सैलूकर, ग्राम पंचायत हांडीपानी सरपंच सुगरती कलमे शामिल हुयी। सभी शासकीय शिक्षकों व जनप्रतिनिधियों ने एकलव्य के इस प्रयास को सराहा और शासकीय स्कूलों को और बेहतर बनाने की दिशा में इस पहल का स्वागत किया। शिक्षकों को विश्वास है कि इस प्रयास से शिक्षा के स्तर में और बढ़ोत्तरी होगी।इस प्रक्रिया में खास बात यह है कि इसके लिए बच्चों से किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। यह नि:शुल्क है।