Samman नेहा श्रीवास्तव की स्मृति में बेटी दिवस पर कीर्तिमान रचने वाली 27 बेटियां होगी सम्मानित

एवरेस्ट की ऊंचाई और समुद्र की गहराई नापने वाली बेटियां कहलाएंगी मणिकर्णिका

बैतूल। डाटर्स डे 25 सितंबर को बैतूल में देश का नाम गौरवान्वित करने वाली बेटियां मणिकर्णिका-2022 सम्मान से सम्मानित होगी। अदम्य साहस और हौसला जिन की पहचान है, एवरेस्ट की ऊंचाई और समुद्र की गहराई में तिरंगा लहराने वाली बेटियों एक साथ एक ही मंच पर सम्मानित होगी। जिले के प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ वसंत श्रीवास्तव एवं एडव्होकेट नीरजा श्रीवास्तव की सुपुत्री स्व. नेहा अभिषेक श्रीवास्तव की स्मृति में बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति मप्र,बोथरा शॉपिंग मॉल, कांतिशिवा गु्रप, आदित्य होण्डा ग्रुप, होटल आईसीईन एवं जिला पंचायत बैतूल के सदस्य युवा समाजसेवी शैलेन्द्र कुंभारे के संयुक्त तत्वावधान में 25 सितंबर को रामकृष्ण बगिया में अपरान्ह 2.30 बजे से ऐतिहासिक आयोजन किया जा रहा है। डाटर्स-डे पर आयोजित होने वाले सम्मान समारोह में मध्य प्रदेश की दो प्रमुख प्रथम पर्वतारोही मेघा परमार एवं भावना डेहरिया के अलावा देश की सौ सुपर वुमन में शामिल मोटीवेशन स्पीकर पूनम श्रोती सहित अन्य 27 बेटियां एवं महिलाएं डाटर्स डे पर मणिकर्णिका-2022 सम्मान प्राप्त करेंगी। कार्यक्रम में सांसद डीडी उईके, जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पंवार, विधायक निलय डागा, आमला विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे, पूर्व सांसद हेमंत खण्डेलवाल, नर्मदापुरम आईजी दीपिका सूरी, कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस, एसपी सिमाला प्रसाद, सीईओ जिला पंचायत अभिलाष मिश्र, जिला भाजपा अध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला, जिला कांगे्रस अध्यक्ष सुनील गुड्डू शर्मा का सानिध्य प्राप्त होगा।

मेघा ने एवरेस्ट की ऊंचाई और समुद्र की गहराई में तिरंगा लहरा कर बनाया विश्व रिकार्ड

मध्य प्रदेश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर मेघा परमार के नाम कई कीर्तिमान है। सिहोर जिले की रहने वालीं मेघा परमार ने 2019 में माउंट एवरेस्ट फतह किया था, ऐसा करने वालीं वो मध्य प्रदेश की पहली महिला बनीं थीं। मेघा ने 147 फीट (45 मीटर) की टेक्निकल स्कूबा डाइविंग कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। मेघा परमार का दावा है कि वह विश्व की पहली महिला हैं जिन्होंने माउंट एवरेस्ट को फतह किया है और साथ-साथ टेक्निकल स्कूब डाइविंग में समुद्र के अंदर 45 मीटर की गहराई तक डाइव की है। मेघा परमार ने ये रिकॉर्ड देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को समर्पित किया है।

पांच महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंची भावना डेहरिया

छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी ग्राम तामिया की भावना डेहरिया ने स्कूल के दिनों में बछेन्द्री पाल की किताब का एक अध्याय एवरेस्ट माई जर्नी टू द टॉप पढ़ते हुए यह निश्चय कर लिया था कि उन्हें भी माउंट एवरेस्ट के शिखर पर पहुंचना है। कड़ी मेहनत कई असफलताओं, आर्थिक तंगी और मुश्किल हालात के बाद 2019 में भावना ने 22 मई को अपना एवरेस्ट पर चढऩे का सपना पूरा कर दिखाया। भावना एवरेस्ट के अलावा दुनियां की कई अन्य प्रसिद्ध चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ चुकी है, भावना ने 2019 में दीपावली के दिन अफ्रीका महाद्वीप का माउंट किलिमंजारों और होली पर ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के माउंट कोजिअस्को के सबसे ऊंचे शिखर पर तिरंगा फहराया। वे पांच महाद्वीपों के सबसे ऊंचे शिखरों पर तिरंगा लहरा चुकी है और गिनीज वल्र्ड रिकार्ड होल्डर भी है। 15 अगस्त को जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा था, 30 वर्षीय भावना ने यूरोप के महाद्वीप के समुद्र तल से 5642 मीटर ऊंचे पर्वत माउंट एल्बु्रस और माउंट एल्बुस ईस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की और तिरंगा लहरा दिया। यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटियों को फतह करने के लिए उन्हें अपनी 15 महीनें की बेटी से 15 दिनों तक दूर रहना पड़ा जो उनके लिए मुश्किल था, लेकिन पति और परिवार के सपोर्ट ने उन्होंने यह कर दिखाया। 25 सितंबर को देश, प्रदेश और जिले की ऐसी ही 27 बेटियों को सम्मानित किया जाएगा। आयोजन समिति में शामिल डॉ वसंत श्रीवास्तव, एडव्होकेट नीरजा श्रीवास्तव, समाजसेवी एवं व्यवसायी धीरज बोथरा, विवेक मालवीय, राजेश आहूजा, अतुल गोठी, जिला पंचायत बैतूल के सदस्य शैलेन्द्र कुंभारे, नेशनल यूथ अवार्डी मनीष दीक्षित सहित बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी भारत पदम ने अधिक से अधिक संख्या में इस कार्यक्रम में शामिल होने का अनुरोध जिले वासियों से किया है।

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