हम कैसे अपनी संस्कृति, भाषा, इतिहास और साहित्य की ओर फिर से लौटे
दिल्ली में 16 से 18 दिसंबर तक चल रहे इंद्रप्रस्थ साहित्य महोत्सव में मैथिली ठाकुर तथा महोत्सव की मुख्य अतिथि परमार्थ निकेतन की डॉ. भगवती सरस्वती जिन्हे अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है । तथा इस कार्यक्रम में देश के बढ़े बढ़े साहित्यकार एवं विचारक जैसे महान विभूतियों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस कार्यक्रम में मेरठ नेचुरोपैथी सुभारती विश्विद्यालय से नवीन वागद्रे एवं मलय जायसवाल पूरे समय उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अनेक वक्ताओं ने अपने द्वारा लिखी गई पुस्तको के माध्यम से लोगो को साहित्य से जुड़ने का अनुरोध किया तथा अनेक वक्ताओं के मुख्य बिंदु यह थे की हम कैसे अपनी संस्कृति, भाषा, इतिहास और साहित्य की ओर फिर से लौटे तथा आज का हमारा युवा किस तरह वॉट्सएप तथा फेसबुक का आधा अधूरा नकली ज्ञान की जगह असली ज्ञान पुस्तको से कैसे प्राप्त करे, कैसे पुस्तके पढ़ने की आदत डालें इन पर विचार दिया गया।