शासकीय कॉलेज के विद्यार्थियों ने किया वर्मीकंपोस्ट इकाई का निरीक्षण

 

*छात्र छात्राओं काे वर्मी कंपाेस्ट उत्पादन के बारे में दी गई जानकारी**

म.प्र. शासन उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शासकीय महाविद्यालय शाहपुर के विद्यार्थियों ने व्यावसायिक पाठ्यक्रम के अंतर्गत महाविद्यालय परिसर में निर्मित वर्मी कंपोस्टिंग इकाई में केचुआँ खाद उत्पादन का प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस दौरान वर्मी कंपोस्ट यूनिट प्रभारी डॉ ओम झा ने केंचुआ खाद बनाने का प्रशिक्षण विद्यार्थियों को दिया। विषय विशेषज्ञ एवं जंतु विज्ञान विषय के सहायक प्राध्यापक डॉ शीतल चौधरी ने बताया कि यदि छायादार स्थान पर गोबर में 40% तक फसल अवशेष मिलाकर 20 दिन बाद वर्मी कंपोस्ट यूनिट में डालकर केंचुए के माध्यम से अगर वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाए तो भूमि की उर्वरा शक्ति को रसायनों के दुष्प्रभाव से बचाया जा सकता है। जिससे जैविक खेती के मुहिम को आगे बढ़ाया जा सकता है। कॉलेज के प्राचार्य प्रो एम डी वाघमारे ने किसानों को वर्मी कंपोस्ट उत्पादन से लाभ एवं उसके उपयोग से फसलों पर पड़ने वाले लाभ के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दी। विदित हो कि महाविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष में वर्मी कंपोस्टिंग विषय 192 एवं द्वितीय वर्ष में 138 विद्यार्थी पंजीकृत है। उक्त विषय के अध्ययन से विद्यार्थी न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूक होंगे बल्कि स्वरोजगार की दिशा में भी आगे बढ़ सकते हैं।

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