वीर शहीद मनीराम अहिरवार जी को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा दिलाने की मांग

नरसिंहपुर जिले के स्वतंत्रता आंदोलन में चीचली के अमर क्रांतिकारी मनीराम अहिरवार को शहीद घोषित न करना : नाइंसाफी विशम्भर बुधौलिया
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मूलचन्द मेधोनिया पत्रकार भोपाल मोबाइल 8878054839
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भोपाल । हमारे देश ने आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव मना लिया। सारे देश ने दिखा दिया कि हम अपने वतन से प्रेम व बहुत ही समर्पित रहने वाले लोग है। यह होना ही चाहिए क्योंकि देश की आजादी में लाखों वीर क्रांतिकारी एवं सेनानियों ने अपनी आजादी के वास्ते प्राणों की आहुतियां है। जो कभी नहीं भुलाई जा सकता है।
भोपाल स्थित जिला नरसिंहपुर गाडरवारा तहसील के ग्राम कौढिया के श्री विशम्भर बुधौलिया जो वर्तमान में शयायला हिल्स में निवासरत है। उनसे सौजन्य भेंट श्री बलवान सिंह कुशवाहा जी प्रदेश अध्यक्ष सरपंच उपसरपंच पंच कल्याण समिति मध्यप्रदेश एवं मूलचन्द मेधोनिया प्रदेश अध्यक्ष मध्यप्रदेश असंगठित कामगार प्रकोष्ठ परिसंघ भोपाल की हुई। उन्होंने नरसिंहपुर जिले का आजादी आन्दोलन में संघर्ष करने वाले और उस समय के क्रांतिकारी को नमन करते हुए बताया कि की चीचली शहीद नगरी के नाम से आज जानी जाती है। पूर्व में वहां के गोंडवाना राजा श्री शंकर प्रताप सिंह जू देव के नाम से जानी जाती थी। सन 19 42 में चीचली राजा पढ़ने हेतु बाहर गये थे। तब मौका पाकर चीचली गौड़वाना राजमहल पर कब्जा और लूट करने के लिए अंग्रेजों की एक टीम चीचली आई थी।
राजमहल के सेवादार श्री मनीराम अहिरवार थे। जिन्होंने अंग्रेजी सेना को मार मार कर घायल कर गांव से खदेड़ दिया था ।श्री बुधौलिया ने इतिहासिक जानकारी के तौर पर बताया कि मै चीचली के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु अनेक बार गया। वहां पर हर वक्ता और मेरे कांग्रेस परिवार के साथी पूर्व सांसद होशंगाबाद के श्री रामेश्वर नीखरा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री दिनेश पालीवाल, श्री प्रभात नीखरा सभी नेतागणों के द्वारा वीर मनीराम अहिरवार जी के अंग्रेजी सेना से मुकाबला करने और उन पर चलीं गोली से शहीद हुई वीरांगना गौरादेवी जी को अवश्य ही श्रध्दांसुमन करते थे।
चीचली के क्रांतिकारी सेनानियों में श्री नर्मदा प्रसाद ताम्रकार तो जब मंच पर वीर मनीराम अहिरवार के युद्ध का आंखों देखा हाल पर वक्तव्य देते तो जिस प्रकार से वीर मनीराम अहिरवार जी ने अंग्रेजी सेना से गोली चलाने को ललकारा था। तब उन्होंने अपना सीना तान कर कुरथा फाड़कर तक अपने भाषण में श्री नर्मदा प्रसाद जी दिखा देते थे। उस सीन से सभी आत्मविभोर होकर देश भक्ति के नारे लगाते थे। चीचली के अन्य वक्ताओं में श्री बाबूलाल चौहरिया, कन्छेदी लाल नामदेव, पूनमचन्द जैन एवं अनेकों चीचली और मंचासीन लोगों के द्वारा वीर मनीराम अहिरवार जी के अतुलनीय वीर शहादत को सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते थे। सभी लोगों को वीरता शौर्य पर गर्भ होता था।
श्री विशम्भर बुधौलिया जी ने अफसोस प्रकट करते हुए वीर मनीराम अहिरवार जी के सुपौत्र मूलचन्द मेधोनिया की द्वारा उठाई जा रही मुहिम पर धन्यवाद और आशीर्वाद प्रदान किया है कि जरुर एक दिन सफलता मिलेगी। श्री बलवान सिंह कुशवाहा जी जो कि पिछड़ा वर्ग के कुशवाहा समाज के वरिष्ठ समाजसेवी एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि है। वह हमेशा मूलचन्द मेधोनिया का कन्धे से कन्धा लगा कर मध्यप्रदेश के एकमात्र अनुसूचित जाति के वीर शहीद मनीराम अहिरवार जी को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा दिलाने की पहल कर सराहनीय प्रयास कर रहे हैं। जिन्हें श्री विशम्भर बुधौलिया जी ने बहुत प्रशंसा करते हुए वीर मनीराम को सम्मान दिलाने की पहल पर उनका शानदार कार्य के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि मुझसे जो मदद चाहिए मैं हमेशा वीर मनीराम अहिरवार को श्रद्धा पूर्वक आपके साथ हूँ।

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