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सबसे बड़ा सवाल ,क्या वर्षों से जमे अधिकारियों के होंगे तबादले?
नेताओ की छत्रछाया में अटेचमेंट पर 20 वर्ष पूर्ण करने की ओर अग्रसर अधिकारी
प्रदेश सरकार ने राज्य शासन की स्थानांतरण नीति निर्धारित की है। जिसमें 1 जुलाई से 31 जुलाई 2021 तक की अवधि के लिए स्थानांतरण से प्रतिबंध को शिथिल किया है ।
इस एक माह में अधिकारी, कर्मचारियों के तबादले होने की संभावनाओं के चलते
घोड़ाडोंगरी क्षेत्र में यह चर्चा जोरों पर चल उठी है कि वर्षों से जमे अधिकारियों के क्या तबादले होंगे?
या फिर जुगाड़ लगाकर फिर से यहीं पर टिके रहेंगे ।
चर्चाएं हैं कि 3 वर्ष की पदस्थापना पूर्ण करने वाले अधिकारी कर्मचारियों के तबादले होंगे।
वही घोड़ाडोंगरी क्षेत्र में कई अधिकारी, कर्मचारी दशकों से यहां पर जमें हुए हैं।
एक ही शाखा का अटेचमेंट पर प्रभार देखते दो दशक तक पूर्ण कर चुके है। भले ही उनका मूल पद कुछ भी हो। लेकिन साठगाँठ का ऐसा अनूठा उदाहरण कही देखने को नही मिलेगा। जैसा घोड़ाडोंगरी जनपद मुख्यालय में चल रहा है।
उदाहरण नम्बर 1- मनरेगा का apo का पद करीब 16 – 17 वर्षो से घोड़ाडोंगरी जनपद में एक ही व्यक्ति के पास है। जिसका मूल पद ado का है। लेकिन करीब दो दशकों से इतना बेहतरीन अटेचमेंट शायद ही पूरे प्रदेश में कही देखने को मिले।
जनपद सीईओ भी चार वर्ष से घोड़ाडोंगरी में ही जमे हुए है।
जो सत्ता और विपक्ष के नेताओ से बेहतर तालमेल को लेकर क्षेत्र में चर्चा में है।
बेहतर व्यवहार और तालमेल की चर्चाएं नेताओ के मुंह से कई बार सुनने को लोगो को सार्वजनिक रूप से मिल जाती है। इनकी तारीफ दोनों ही पार्टी के नेता करते है।
बरसों से एक ही ढर्रे पर व्यवस्थाये चल रही है । ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कार्यों में मशीनों का उपयोग हो रहा है। लेकिन अधिकारियों की फीताशाही के चलते किसी पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
जनता भी शासकीय कार्यों में गड़बड़ी की शिकायतें करके थक चुकी है ।
लेकिन गड़बड़ी करने वालों का वर्षों से जमे अधिकारी बाल भी बांका नहीं होने देते।
कुल मिलाकर सब कुछ सेटल हो जाता है ।
अब प्रदेश सरकार की स्थानांतरण नीति से वर्षों से जमे अधिकारियों के तबादले होंगे या नहीं ।
इसको लेकर इन दिनों क्षेत्र में चर्चाएं जोरो पर है।
जनपद सीईओ भी अब तक सबसे ज्यादा समय तक रहकर कार्य करने वाले अधिकारी बन चुके है।चार वर्ष से अधिक समय से पद भार चला रहे है।जो कि घोड़ाडोंगरी में सबसे अधिक लम्बे समय तक का रिकार्ड है।
अधिकांश लोगों का तो यही मानना है कि कहीं कुछ फेरबदल नहीं होगा सब सेटल कर ऐसे ही जमे रहेंगे।